03-Days Awareness Programme on “Artificial Intelligence and Cyber Security: Issues & Analysis” is being organized by Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University (CSJMU), Kanpur in association with Commissionerate Govt. office in Kanpur, DRDO, Group of Doctors, NSS, NCC and Indian Thinkers Society at L1-Hall @ Lecture Hall Complex (UIET) | CSJM University Campus during 02-04 September 2024 | 10:30 am onwards.
Day First, 2nd Septmber 2024
दिनांक 02.09.2024 (दिन सोमवार) को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के संयुक्त व्याख्यान कक्ष के L-1 सभागार में विश्वविद्यालय, कमिश्नरेट कानपुर, डिफेन्स रिसर्च आर्गेनाइजेशन, राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडिट कोर, ग्रुप ऑफ डॉक्टर्स तथा भारतीय विचारक समिति के संयुक्त तत्वावधान में “आर्टिफिशल इंटेलीजेंस एवम् साइबर सिक्योरिटी: इश्यूज एंड चैलेंजैज” विषय पर एक तीन दिवसीय अवेयरनेस प्रोग्राम के आयोजन का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस डॉ. विपिन कुमार मिश्रा, कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, भारतीय विचारक समिति के संरक्षक श्री बलराम नरूला, कार्यकारिणी अध्यक्ष श्री रमेश चंद्रा, बिषय बिशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रिवील अफ्फर्म टेस्टीफाई के सी ई ओ एवं डायरेक्टर श्री संजय मिश्रा जी, IIT कानपुर से आये अतिथि प्रो. अर्नब भट्टाचार्य, कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल के निदेशक प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी एवं अन्य सदस्यों जैसे श्री उमेश दीक्षित इत्यादि ने द्वीप प्रज्वलित करके किया। ब्लाइंड स्कूल नेहरू नगर, कानपुर से आये हुए दिव्यांग छात्र एवं उनकी मेंटर डॉ. प्रतिभा गुप्ता द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। सभी आये हुए अतिथियों का स्वागत भारतीय विचारक समिति के सदस्यों द्वारा स्वागत पट्टीका पहना कर, पौधे एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक जी ने कहा कि “प्रधानमंत्री का डिजिटल इंडिया का जो सपना है उसके लिए हमें साइबर सिक्योरिटी की शिक्षा की उतनी ही जरूरत है जितनी हमें नैतिक शिक्षा की जरूरत है। हमारा यह अवेयरनेस कार्यक्रम तीन दिन का जरूर है, परंतु मैं यह मानता हूं कि इस तरह के कार्यक्रम 365 दिन होने चाहिए।” प्रथम दिवस में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस डॉ. विपिन कुमार मिश्रा जी ने बताया कि “ह्यूमन ट्रैफिकिंग, child exploitation, sex ट्रैफिकिंग जैसे क्राइम से बचने के लिए साइबर सिक्योरिटी का ज्ञान होना आवश्यक है। विभिन्न डेटिंग एप और सोशल मीडिया एप भी डाटा लीक करने में जिम्मेदार हैं, हमें इन सभी एप्स से भी बचने की ज़रूरत है।” कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल के निदेशक प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी ने अपने स्वागत भाषण में सभी को अवगत कराया कि आज के इस दौर में साइबर सुरक्षा की आवश्यकता को समझते हुए सीएसजेएम विश्वविद्यालय ने आईआईटी कानपुर की सहायता से, विश्वविद्यालय एवं सम्बद्द महाविद्यालयों के स्नातक के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के लिये साइबर सुरक्षा में वोकेशनल पाठ्यक्रम शुरू किया है। अपने अध्यक्षीय भाषण में भारतीय विचारक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्री रमेश चंद्रा जी ने कहा – कि आज के समय में साइबर सुरक्षा की जानकारी भोजन पानी से भी ज्यादा जरूरी है। बिषय बिशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रिवील एफर्म टेस्टीफाई के सी ई ओ, डायरेक्टर एवं जाने माने इथिकल हैकर, श्री संजय मिश्रा जी ने बताया कि यदि आप हैकिंग से बचना चाहते हैं तो हमें एक हैकर की तरह सोचना होगा और क्रैकर की तरह काम करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों की जानकारी दी तथा उससे कैसे बचें, यह भी बताया।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का संयोजन भारतीय विचारक समिति के सचिव श्री उमेश दीक्षित, प्रो. जया मिश्रा, विश्वविद्यालय के कंप्यूटर एप्लीकेशन के विभागाध्यक्ष प्रो. रॉबिन्स पोरवाल एवं डॉ. रचना सिंह द्वारा किया गया। प्रथम दिवस के कार्यक्रम का संचालन प्रो. इंद्राणी दुबे ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन भारतीय विचारक समिति के संरक्षक श्री बलराम नरूला जी ने किया। इस अवेयरनेस प्रोग्राम में कानपुर नगर और देहात के विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षक तथा छात्रों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के BCA कोर्स के 450 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया।
Day two 3rd September 2024
Day three 4th September 2024
दिनांक 04.09.2024 (दिन बुधवार) को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के संयुक्त व्याख्यान कक्ष के L-1 सभागार में विश्वविद्यालय, कमिश्नरेट कानपुर, डिफेन्स रिसर्च आर्गेनाइजेशन, राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडिट कोर, ग्रुप ऑफ डॉक्टर्स तथा भारतीय विचारक समिति के संयुक्त तत्वावधान में “आर्टिफिशल इंटेलीजेंस एवम् साइबर सिक्योरिटी: इश्यूज एंड चैलेंजैज” विषय पर तीन दिवसीय अवेयरनेस प्रोग्राम के तृतीय दिवस (समापन दिवस) का आयोजन भी बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं महत्वपूर्ण रहा।
तृतीय दिवस के कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कमिश्नर ऑफ पुलिस श्री अखिल कुमार, भारतीय विचारक समिति के संरक्षक श्री बलराम नरूला, डॉ. एस के कटियार, भारतीय विचारक समिति के वाईस प्रेजिडेंट डॉ. उमेश पालीवाल, श्री गुलशन धूपर, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित, IIT कानपुर के C3iHub के निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला, बिषय बिशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रिवील एफर्म टेस्टीफाई के सी ई ओ एवं डायरेक्टर श्री संजय मिश्रा, कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल के निदेशक प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी एवं अन्य सदस्यों जैसे श्री उमेश दीक्षित, डॉ. रचना सिंह, प्रो. रॉबिन्स पोरवाल, श्री नरेश माहेश्वरी, श्री महेंद्र बहादुर सिंह एवं श्री नीरज श्रीवास्तव इत्यादि ने द्वीप प्रज्वलित करके किया। ब्लाइंड स्कूल नेहरू नगर, कानपुर से आये हुए दिव्यांग छात्र एवं उनकी मेंटर डॉ. प्रतिभा गुप्ता द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किये गये। सभी आये हुए अतिथियों का स्वागत भारतीय विचारक समिति के सचिव श्री उमेश दीक्षित, वाईस प्रेसिडेंट डॉ. उमेश पालीवाल, सदस्य डॉ. रचना सिंह एवं अन्य गणमान्य सदस्यों द्वारा स्वागत पट्टीका पहना कर, पौधे एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक जी ने कमिश्ननर ऑफ पुलिस श्री अखिल कुमार जी को उनके इस कार्यक्रम के समर्थन और प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। प्रो. पाठक ने विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग पर भी प्रकाश डाला, और कहा कि AI के माध्यम से चिकित्सा सेवाओं में सुधार और मरीजों की देखभाल में नई संभावनाएं उत्पन्न हो रही हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कानपुर विश्वविद्यालय इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है ताकि नवीनतम तकनीकी संसाधनों का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंच सके।
कानपुर के कमिश्नर ऑफ पुलिस श्री अखिल कुमार जी सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि “साइबर सुरक्षा आज के डिजिटल युग में अत्यंत महत्वपूर्ण है। भविष्य में साइबर स्पेस की बढ़ती भूमिका के मद्देनजर, हमें साइबर अपराधों से बचाव के लिए सामूहिक प्रयास और सतर्कता बढ़ानी होगी। उन्होंने सभी को अवगत कराया हमें अनावश्यक ऐप डाउनलोड करने से बचना चाहिए, उन्होंने सभी उपस्थित विद्यार्थियों को यह भी बताया कि किस प्रकार हैकर्स आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी को हैक करके आपसे जुड़े लोगों को भावुक संदेश भेज कर पैसे मांगते है। उन्होंने यह भी बताया कि आर्टिफिशल इंटेलीजेंस साइबर सुरक्षा को बढ़ाने की महत्वपूर्ण संभावनाएं तो प्रदान करता ही है, लेकिन इसका दुरुपयोग अधिक जटिल और नुकसानकारी हमलों की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।”
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर संदीप के. शुक्ला ने सभी को हनी ट्रैप, एंटीवायरस के उपयोग, सोशल इंजीनियरिंग और डार्क वेब के मुद्दों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा, “साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में निरंतर सतर्कता आवश्यक है। हैनी ट्रैप और सोशल इंजीनियरिंग जैसे हथकंडे आजकल बहुत आम हो गए हैं, इसलिए मजबूत एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग और डार्क वेब पर नज़र रखना अनिवार्य है। इन उपायों से ही हम साइबर अपराधों से प्रभावी तरीके से निपट सकते हैं।”
रैट फॉरेंसिक के संस्थापक श्री संजय मिश्रा ने सभी को रैनसम हमलों, सेक्सटॉर्शन एवं एथिकल हैकिंग के बारे बताते हुए एक लाइव डेमोंस्ट्रेशन के द्वारा सभी को बताया कि कैसे कोई भी व्यक्ति किसी का भी मोबाइल हैक कर सकता है और उन्होंने यह करके भी दिखाया। उन्होंने कहा, “रैनसमवेयर और सेक्सटॉर्शन जैसे साइबर अपराधों की वृद्धि एक गंभीर चिंता का विषय है। इन खतरों से निपटने के लिए, हमें साइबर सुरक्षा के उपायों को मजबूत करना होगा और नवीनतम तकनीकी जानकारी से अपडेट रहना होगा। व्याख्यान में प्रदर्शित लाइव हैकिंग डेमो ने यह स्पष्ट किया कि हमलों की पहचान और प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, 1930 हेल्पलाइन नंबर की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत में साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए, साइबर शिकायत प्रणाली https://cybercrime.gov.in/ और 1930 हेल्पलाइन नंबर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन साधनों का सही तरीके से उपयोग करके नागरिक आसानी से अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं और त्वरित सहायता प्राप्त कर सकते हैं। साइबर सुरक्षा में जागरूकता और उचित प्रतिक्रिया से हम समाज को सुरक्षित बना सकते हैं।”
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का संयोजन भारतीय विचारक समिति के सचिव श्री उमेश दीक्षित, प्रो. जया मिश्रा, विश्वविद्यालय के कंप्यूटर एप्लीकेशन के विभागाध्यक्ष प्रो. रॉबिन्स पोरवाल, डॉ. रचना सिंह, डॉ. हिना आफ्शा एवं NSS कोऑर्डिनेटर डॉ. स्नेह पाण्डेय द्वारा कॉलेज डेवलपमेंट कॉउन्सिल के निदेशक प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी के मार्गदर्शन एवं माननीय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की प्रेरणा से सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। तृतीय दिवस के कार्यक्रम का संचालन वी एस एस डी कॉलेज की प्रो. जया मिश्रा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन भारतीय विचारक समिति के सचिव श्री उमेश चंद्र दीक्षित जी ने किया। तृतीय दिवस के अवेयरनेस प्रोग्राम में कानपुर नगर व देहात के विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षक, कानपुर नगर के डॉक्टर्स तथा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ हेल्थ साइंस एवं MCA कोर्स के 450 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। समारोह के समापन पर भारतीय विचारक समिति द्वारा सभी नये सदस्यों एवं इस जागरूकता कार्यक्रम की आयोजक समिति के लोगों का सम्मान भी किया गया।