अभियान

मानव जीवन की मूलभूत समस्याएं (शिक्षा, व्यवसाय/रोजगार, वृद्धावस्था में संरक्षण) के निवारण करते हुए अपने अभीष्ट लक्ष्य को प्राप्त करने का एक सरल सामूहिक (उपाय) प्रयास।

मानव की जीवन यात्रा:

इस संसार में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है, जिसके पास समस्याएं ना हो, और कोई भी ऐसी समस्या नहीं है, जिसका समाधान ना हो। जिसकी समस्या है, यदि उसके पास उसका समाधान होता तो समस्या होती ही नहीं । यानी जिस की समस्या है, समाधान उसके पास नहीं है। समाधान किसी और के पास है। समय चलायमान है गलतियों को सुधारने का पुनः मौका नहीं देती है।

 मानव जीवन के अलग-अलग काल खंड में अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग परेशानियां समस्याएं रहती है और अलग-अलग व्यक्ति उसे सुलझाने का अलग अलग तरीका अपनाता है, जिसपर उसका भविष्य निर्भर करता है यदि इन समस्याओं का समय से, विवेक पूर्वक, दूर दृष्टि से सही निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले समय में यह समस्याएं अत्यंत भयावः हो जाती है।

जीवन की सबसे महँगी चीज़ है आपका वर्तमान जो एक बार चला जाये,तो फिर पूरी, दुनियाँ की सम्पति से भी उसे खरीद या पा नहीं सकते हैं। अधिकांश लोग नौकरी की तलाश में अपने जीवन के सबसे मूल्यवान अवधि को 25 से 30 साल तक लगा देते हैं। लेकिन फिर भी, अधिकांश व्यक्ति बेरोजगार, असुरक्षित हैं, और अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं हैं, यहां तक कि उनमें से कुछ नौकरी के लिए पूरे जीवन संघर्ष करते हैं। पहले अपने को सेट करने में फिर बच्चों को सेट करने में पूरा जिंदगी यूं ही संघर्ष करते करते निकल जाता है, और पता भी नहीं लगता और अपने खुद के सपने साकार करने का कभी अवसर ही नहीं मिलता। यदि आपको बहुत संघर्ष के बाद नौकरी मिल भी जाती है, तो पुनः रिटायरमेंट के बाद, VRS लेने के बाद, किसी आपदा के कारण या किसी कारण नौकरी छूट जाने पर, अधिकांश लोग पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ पुनः उससे भी बुरे स्थान पर पहुंच जाते हैं।  नौकरी मिल जाने पर तमाम तरह की परेशानियों व तनाव के बीच 30 साल बाद जब रिटायर होकर घर आते हैं, तो बच्चे नौकरी करने चले जाते हैं, बुढ़ापे में दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता है और तमाम तरह के कष्टों का सामना करना पड़ता है।

जीवन की  सबसे  महँगी चीज़ है आपका  वर्तमान जो  एक बार  चला जाये,तो फिर पूरी,  दुनियाँ  की सम्पति से भी उसे खरीद या पा नहीं सकते हैं।

यदि देखा जाए तो पूरे जीवन में मुख्यतः चार तरह की समस्याएं आती हैं इसी के पीछे हमारे पूर्वज ही परेशान थे, हम भी परेशान हैं और हमारे बच्चे भी परेशान रहेंगे।

1- शिक्षा 2- रोजगार/व्यवसाय, 3-स्वास्थ्य, 4-वृद्धावस्था में संरक्षण

यदि इन चारों समस्याओं का समाधान ढूंढ लिया जाए तो हमारा पूरा जीवन तनाव मुक्ति, रोग मुक्त, भय मुक्त और समृद्ध साली हो जाएगा।

JJSS नियमावली (कार्य प्रणाली) के पालन में ही उपरोक्त सभी समस्याओं समाधान निहित है।

नौकरी पाना अपने हाथ में नहीं है, परंतु रोजगार लगाना या व्यापार करना अपने हाथ में है।

सफल उद्यमी बनें (खेल खेल में)

उद्यमी बनने में मुख्यतः पांच तरह की समस्याएंआती हैं।

1- मार्केटिंग समस्याएंः
2- वित्तीय समस्याएँ:
3- तकनीकी समस्याएँ:
4- मैन पावर (स्किल लेबर) समस्या:
5- विभिन्न विभागों: (बैंक, उद्योग विभाग, बिक्री कर, आयकर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बिजली बोर्ड, आदि) के कारण आने वाली समस्याएं:

यदि इन समस्याओं का समाधान ढूंढ लिया जाए कोई भी उद्योग में बहुत आसानी से लगाया जा सकता है। JJSS नियमावली (कार्य प्रणाली) के पालन में ही उद्यमी बनने के रास्ते में आने वाली सभी समस्याओं समाधान निहित है।

jjss के साथ जुड़ने पर क्या लाभ होगा?

  • कोई भी व्यक्ति रजिस्ट्रेशन करने के बाद वेबसाइट पर लॉगिन करके शैक्षिक ब्लॉग, एक्टिविटी पोस्ट कर सकता है, और JJSS द्वारा चलाए जा रहे सभी प्रोग्राम में अपनी योग्यता और क्षमता के अनुसार भाग ले सकता है।
  • कोई भी पंजीकृत उपयोगकर्ता लॉगिन करके अपना स्वयं का ग्रुप बना सकता है, ग्रुप बना कर अपना शैक्षिक प्रोग्राम चल सकता है और बने हुए ग्रुप में भाग ले सकता है।
  • “वर्किंग टीम” बनाना और उसमें कार्य के अनुसार व्यक्तियों को छटना आसान हो जाएगा।
  • इस तरह आप देखेंगे कुछ ही महीनों/वर्षों में आपकी जानने वाली एक सशक्त  भरोसेमंद “वर्किंग टीम” तैयार हो जाएगी, उनका साथ लेकर JJSS नियमावली के तहत अपने किसी भी प्रोजेक्ट, या हमारे द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट पर मालिक/एडमिन/प्रबंधक के रूप में कार्य करें।  JJSS आपके साथ है।
  • *कोई भी कार्य करने से पहले लक्ष्य बनाकर उसकी तैयारी करना ज्यादा उपयोगी है, परेशानियां कम आएंगी असफलता की संभावना कम रहेगी। यह कार्य JJSS प्लेटफार्म परअन्य कार्यों के साथ-साथ भी सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
  • JJSS प्लेटफार्म पर किसी भी कार्य के लिए, पैसे की कोई बाध्यता नहीं है, आपसी सहयोग से JJSS कार्य प्रणाली के माध्यम से जिसके पास एक भी पैसा ना हो वह भी अपनी “वर्किंग टीम” की क्षमता के आधार पर बड़ा से बड़ा उद्योग लगा सकता है। जिसके पास कोई योग्यता ना हो, व्हाट्सएप चलाना आता हो,  वह भी कुछ सालों में कार्य प्रणाली का पालन करके धनवान व्यक्तियों की श्रेणी में आ सकता है।
  • जब किसी भी कार्य को करने के लिए पैसे की बाध्यता खत्म हो जाएगी तो समाज से तमाम तमाम कुरीतियों राग- द्वेष, हानि-लाभ, लड़ाई- झगड़ा, विवाद खत्म हो जाएंगे, सभी आपस में प्रेम भाव से रहने लगेंगे। तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करेंगे।
  • कोई भी उद्योग पैसे को लेकर उत्पन्न विवाद के कारण (हानि- लाभ) के कारण ही बंद होते हैं, किसी भी कार्य को करने में पैसे की बाध्यता ही नहीं रहेगी, तो विवाद भी समाप्त हो जाएगा और कोई भी उद्योग बंद होने की संभावना नहीं रहेगी, सब लोग मिलजुल कर काम करेंगे।
  •  JJSS नियमावली (कार्य प्रणाली) के पालन में ही मानव जीवन की मूलभूत समस्याओं का समाधान निहित है। यह सभी आयु वर्ग के लिए आसान तथा उपयोगी है।