भारत वैश्विक अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा सोर्सिंग में रणनीतिक स्वायत्तता भू-राजनीतिक संबंधों और घरेलू राजनीतिक बदलावों के लिए प्रतिबद्ध के कारण आर्थिक विकास मे अग्रणी
भारत वैश्विक अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा सोर्सिंग में अग्रणी |
केंद्रीय तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को ईटी इंडिया एसेंड्स इवेंट में वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक बदलावों पर भारत के उभरते वैश्विक कद और विकसित हो रही ऊर्जा रणनीतियों पर अभिव्यक्ति दी। वैश्विक विकास की गतिशीलता में परिवर्तन के सन्र्दभ मे बताया कि चीन के बारे में बदलती धारणाओं की पृष्ठभूमि में भारत के उदय होना स्वाभाविक है।
पिछले 2-3 दशकों में संपूर्ण वृद्धि का 20 प्रतिशत चीन से था, वर्तमान मे स्थिर है। भारत अब वैश्विक आर्थिक विकास में मुख्य देष के रूप में स्थापित है। विकास भारत से आ रहा है,उन्होंने देश की बढ़ती आर्थिक क्षमता पर जोर दिया। अमेरिका महत्वपूर्ण ऊर्जा आपूर्तिकर्ता है, वर्तमान मे प्रति दिन 13 मिलियन बैरल तेल उत्पादन है।
ट्रम्प की जीत के साथ यह सुनिश्चित है कि अमेरिका से अधिक से अधिक ऊर्जा बाजार मे आयेगी। इसलिये भारत को ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाना होगा। हमे तेल क्रय करने की स्वतं़त्रता है, बदलती भू-राजनीतिक स्थितियों मे ऊर्जा सुरक्षा के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण आवष्यक है। पारंपरिक ऊर्जा साझेदारियों के साथ अक्षय ऊर्जा भारत के भविष्य का अभिन्न अंग है। ट्रम्प का दूसारा कार्यकाल अक्षय ऊर्जा के लिए नकारात्मक नहीं होगा, नेतृत्व परिवर्तनों के बावजूद वैश्विक नीतियाँ भारत के सतत विकास की ओर बढ़ने में सार्थक होगी। भारत में ग्रीन हाइड्रोजन की अच्छी सफलता, इस क्षेत्र में बातचीत और विकास को बताती है।
भारत के भू-राजनीतिक संबंध और वैश्विक साझेदारी के सन्र्दभ मे चीन और अन्य प्रमुख देषो के व्यावहारिक और स्वतंत्र रणनीतियों पर भारत का द्रष्टिकोण स्पष्ट है। ऊर्जा सुरक्षा और रणनीतिक स्वायत्तता के लिए देश प्रतिबद्ध है । पंजाब में भाजपा ने अकाली दल के साथ गलत गठजोड किया था पंजाब के ग्रामीण इलाकों में भाजपा के प्रति सकारात्मक रुख स्थानीय राजनीतिक भावनाओं में बदलाव है।
पंजाब मे अब विकास दिख रहा है । अंतर्राष्ट्रीय संबंधों खासकर कनाडा में खालिस्तानी कार्रवाइयों के संदर्भ में उन्होंने कहा, कुछ गुमराह तत्वों से समुदाय को बदनामी की है । भारत-कनाडा के संबंधों साफ है दूसरी तरफ से कुछ भी नहीं है, वर्तमान संवाद के बीच एक तटस्थ रुख है। भारत का वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य अक्षय ऊर्जा विशेष रूप से हरित ऊर्जा में मजबूत व महत्वपूर्ण है।यह व्यापक अवलोकन भारत का महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि यह वैश्विक विकास, ऊर्जा सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में भूमिका को आगे बढ़ाता हुये बदलते भू-राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्यों के मध्य मजबूत स्थित को स्थापित करता है।